“स्वयं को खोजने का सर्वोत्तम तरीका है, स्वयं को दूसरों की सेवा में खो देना।”:— महात्मा गांधी
हल्द्वानी/नैनीताल:- ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, भीमताल परिसर की एनएसएस इकाई द्वारा मंगलवार को धरोहर बाल आश्रय केंद्र, हल्द्वानी में एक जनसेवा एवं आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य बच्चों के बीच दया, सामाजिक जिम्मेदारी एवं खुशी फैलाना था।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वयंसेवकों द्वारा बच्चों से आत्मीय बातचीत एवं हंसी-मजाक के साथ हुई, जिससे बच्चों ने स्वयं को सम्मानित और सहज महसूस किया। इसके बाद चित्रकला सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी कल्पनाओं को रंगों के माध्यम से व्यक्त किया। एनएसएस स्वयंसेवकों ने उनके हर प्रयास की सराहना करते हुए उत्साह बढ़ाया।
शिक्षा को रोचक बनाने के उद्देश्य से गणित के सामान्य अभ्यासों को खेल एवं चुनौतीपूर्ण गतिविधियों में परिवर्तित किया गया। इसके पश्चात नृत्य और गीत-संगीत के माध्यम से माहौल को उल्लासपूर्ण बना दिया गया। स्वयंसेवकों द्वारा बच्चों को नैतिक कहानियाँ भी सुनाई गईं, जिन्हें उन्होंने दिलचस्पी से सुना और उन शिक्षाओं को अपने दैनिक जीवन से जोड़कर समझा।
सामूहिक भोजन ने रिश्तों में और अधिक निकटता लाई। इसके बाद अल्पाहार एवं फोटो साझा कर कार्यक्रम को यादगार बनाया गया। इस अवसर पर एनएसएस इकाई ने बच्चों को खेल सामग्री भेंट की, जिससे बच्चों के चेहरे खिल उठे और उन्हें बाहरी खेलों के प्रति प्रेरणा मिली।
यह कार्यक्रम एनएसएस के आदर्श ‘Not Me But You’ (मैं नहीं, तू) का सुंदर उदाहरण रहा, जो निःस्वार्थ सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को पुष्ट करता है। छोटी-छोटी दयालुता की क्रियाएँ बड़े प्रभाव ला सकती हैं – इस संदेश के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
एनएसएस इकाई ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी प्रबंधन का हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिसने छात्रों को संवेदनशीलता एवं उद्देश्यपूर्ण सेवा के लिए प्रेरित एवं समर्थित किया।




