भीमताल /नैनीताल:-ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, भीमताल परिसर में 11 अक्टूबर 2025 को आयोजित एलुमनाई मीट 2025 पुराने साथियों के पुनर्मिलन, हंसी और यादों के रंगों से सराबोर रही। विभिन्न सत्रों से आए एलुमनाई जब वर्षों बाद अपने प्रिय परिसर में लौटे, तो पूरा परिसर आत्मीयता, उल्लास और अपनत्व से गूंज उठा।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के निदेशक के भावनात्मक संबोधन से हुई। उन्होंने सभी एलुमनाई को विश्वविद्यालय की उस प्रेरणादायक यात्रा से अवगत कराया, जब ग्राफिक एरा एक छोटे से कंप्यूटर सेंटर के रूप में आरंभ हुआ था और आज यह एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्थापित है। उनके शब्दों ने सभी के हृदय को छू लिया। उन्होंने एलुमनाई को अपने पुराने दिनों को याद करने, आपसी संबंधों को मजबूत करने तथा ग्राफिक एरा परिवार के प्रति गर्व अनुभव करने के लिए प्रेरित किया।
इसके बाद आयोजित “यादों की सैर” (कैंपस वॉक) ने सभी के दिलों में पुरानी यादों की बयार बहा दी। एलुमनाई अपने पुराने कक्षाओं, गलियारों और बगीचों में घूमते हुए उन अनमोल पलों को याद करने लगे, जब यही स्थान उनकी हंसी, दोस्ती और सपनों का केंद्र था। हर कोना जैसे बीते दिनों की कहानियाँ सुना रहा था।
दोपहर के समय “स्मृतियों का भोज” में उत्तराखंड की पारंपरिक पहाड़ी व्यंजनों का विशेष आयोजन किया गया, जिसने छात्रों को अपने कैंटीन के दिनों की याद दिला दी। इसके बाद “कहानियाँ और किस्से” शीर्षक एलुमनाई वार्ता सत्र में एलुमनाई ने अपने जीवन अनुभव और सफलता की कहानियाँ साझा कीं, जिन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
इस अवसर पर कुमाऊँ संस्कृति एवं विरासत केंद्र (Centre for Kumaoni Culture and Heritage) के विद्यार्थियों द्वारा तैयार एक विशेष कॉफी टेबल बुक का विमोचन ग्राफिक एरा समूह के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) कमल घनशाला, पूर्व महानिदेशक प्रो. (डॉ.) आर.सी.एस. मेहता, तथा डॉ. कमलेश जोशी, प्राचार्य, एपीएस रानीखेत एवं निदेशक, भीमताल परिसर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। यह पुस्तक कुमाऊँ की समृद्ध परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित थी।
शाम होते ही “रंगमंच – सांस्कृतिक संध्या एवं ओपन माइक” कार्यक्रम ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। एलुमनाई और वर्तमान विद्यार्थी एक साथ मंच पर उतरे और संगीत, गीत, नृत्य तथा नाट्य प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। इसी दौरान ग्राफिक एरा समूह के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) कमल घनशाला ने स्वयं मंच संभालते हुए “एक प्यार का नग्मा है” और “ओ राही ओ राही” जैसे प्रसिद्ध गीत प्रस्तुत किए, जिन पर दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। एलेगैंसिया क्लब द्वारा प्रस्तुत फैशन शो और “ऑपरेशन सिंदूर” नाट्य प्रस्तुति ने सभी की भावनाओं को गहराई से छू लिया।
कार्यक्रम का संचालन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की डॉ. निधि भट्ट पंत ने किया, जिन्होंने अपने आत्मीय और सधी हुई प्रस्तुति शैली से पूरे कार्यक्रम को आकर्षक बनाया। कार्यक्रम के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) कमल घनशाला ने प्रतिभागियों के लिए नगद पुरस्कार की घोषणा भी की।
दिन का समापन “तारों के नीचे रात्रि भोज” के साथ हुआ, जहां अलाव की गर्माहट और दोस्तों की हंसी ने वातावरण को और भी जीवंत बना दिया। गीत, संगीत और गपशप के बीच पुराने दोस्तों ने अपने छात्र जीवन की सुनहरी यादें साझा कीं और अगली मुलाकात की उत्सुकता के साथ इस अविस्मरणीय शाम को विदा किया।


