राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत स्वयं सेवी छात्राओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में किया श्रमदान एवं स्वच्छता अभियान।

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नैनीताल: शहीद श्री खेमचंद्र डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में सात दिवसीय विशेष शिविर के षष्ठम दिवस का आरंभ प्रातःकालीन व्यायाम एवं ईश वंदना के साथ हुआ।
आज दिवस के प्रथम सत्र में स्वयंसेवी छात्राओं द्वारा अधिग्रहित ग्राम रोपा के सेरा में साफ़-सफाई एवं श्रमदान अभियान चलाया।
आज के बौद्धिक सत्र का विशिष्ट व्याख्यान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.विनय कुमार विद्यालंकार द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा विषय दिया गया । व्याख्यान से पूर्व उन्होंने शहीद दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को याद करते हुए विडियो के माध्यम से भारत मां के प्रति उनके सच्चे समर्पण और त्याग की कहानी को दिखाया। उन्होंने कहा शिक्षा सबके लिए हितकर होनी चाहिए, शिक्षा के दो प्रमुख लक्ष्य बताये पहला भौतिक उन्नति तथा दूसरा आत्मीय ज्ञान। वर्तमान में शिक्षा त्रिभाषा के माध्यम से संचालित हो, इसके अलावा वेद का अर्थ ज्ञान है इसकी व्याख्या की विस्तापूर्वक किया। चार वेद 11 उपनिषद तथा 6 दर्शन के बारे में स्वयंसेवियों को बताया। उन्होंने नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान परंपरा से भी अवगत कराया। भारत एक समय ऐसा शिक्षा के क्षेत्र में विश्व गुरु कहलाता था लेकिन शिक्षा ह्रास के कारण आज विकास में पीछे रह गया है। उन्होंने महाभारत काल का भी वर्णन किया। इसके अलावा उन्होंने पंचव्रत की परंपरा की व्याखा की जिसमें अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य तथा अपरिग्रह के बारे में समझाया। उन्होंने यह भी कहा कि जो परंपरागत ज्ञान है उसको आधुनिक ज्ञान के साथ साथ अपनाया जाना चाहिए तभी देश अथवा राष्ट्र की प्रगति संभव है।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय मीडिया प्रभारी डॉ. भुवन मठपाल ने किया ।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी श्रीमती ममता पांडे सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक डॉ.दीपक, भाष्करानंद पंत, प्रेमा देवी, समेत छात्रा इकाई में हिमानी बिष्ट , मनीषा बिष्ट, कोमल जलाल, बबीता करगेती, प्रतिभा, निधि तिवारी, सुनीता, पूजा, करिश्मा, बबीता, जय बिष्ट, शिवानी, ज्योति रिखाडी, छाया पन्त, हिमानी भंडारी, आरती, रजनी आर्य, उर्मिला तिवारी, मनीष, पूजा आदि उपस्थित रहे।