राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ विद्यालय नैनीताल (निशांत) मे विधिक साक्षरता एवम जागरूकता शिविर का आयोजन।

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नैनीताल:- माननीय उत्तराखण्ड राज्य विधिक प्राधिकरण नैनीताल के दिशा निर्देशानुसार , एवं माननीय जिला न्यायाधीश महोदय अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सुबीर कुमार जी के मार्गदर्शन मे ,सचिव ,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल श्रीमती बीनू गुलयानी के दिशा निर्देशन मे यशवंत कुमार द्वारा राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ विद्यालय नैनीताल (निशांत) मे “साइबर अपराध, नशीली दवाओं के दुरूपयोग के पीड़ितों से और उनके परिवारों के लिए विशेष कानूनी जागरूकता विषय पर विधिक साक्षरता एवम जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया . जागरूकता शिविर में यशवंत कुमार द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल द्वारा बनाई गई लघुत्तम फिल्म वीडियो के माध्यम से छात्र-छात्राओं को नशे से पीड़ित व्यक्तियों को किस प्रकार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कैसे विधिक सहायता दी जाती है, तथा बताया की नशीले पदार्थों की लत एक व्यापक समस्या है। यह दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित करती है। लोगों में नशे की लत जल्दी से विकसित हो सकती है और एक बार नशे की आदत लगने के बाद इसे रोकना मुश्किल हो जाता है। नशे के उपयोग से गंभीर दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं होती है और व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन भी हो सकता है। लत के सामान्य लक्षणों में भूख न लगना, खराब समन्वय, बेचैनी, काम में रुचि न लेना, वित्तीय समस्याएँ, गुप्त व्यवहार, बार-बार मूड में बदलाव और चिंता शामिल हैं। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए नशा मुक्ति ही एक उपाय है। नशे की लत पर काबू पाना सिर्फ़ इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है नशे के प्रभावों से बचने के लिए इसे तुरंत छोड़ना ही बचाव का एकमात्र उपाय है। जगरूकता शिविर मे व्यापक समस्या साइबर अपराध के बारे मे बताते हुए कहा गया की हम जो कुछ भी करते हैं वह लगभग ऑनलाइन या इंटरनेट के माध्यम से किया जाता है और इसका मतलब है कि हमारी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि हमारे पासवर्ड, बैंकिंग जानकारी और यहां तक ​​कि हमारे स्कूल का काम भी साइबर सुरक्षा खतरों के प्रति संवेदनशील है।साइबर अपराध रोकने के बहुत तरीके है जैसे ,मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें,सोशल मीडिया को निजी रखें,अपने भंडारण डेटा को सुरक्षित रखें,पासवर्ड को बार-बार बदलते रहें,अपने फ़ोन को सुरक्षित रखें,सुरक्षा सॉफ़्टवेयर से अपने कंप्यूटर को सुरक्षित रखें,मदद के लिए सही व्यक्ति को बुलाएँ। साइबर अपराध एक बड़ा खतरा है जो व्यक्ति और परिवार दोनों को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। यदि किसी भी प्रकार का साइबर अपराध हो जाए तो डरे नही 1930 पर काल करके शिकायत दर्द करवाये,किसी भी संगठन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ऑनलाइन नियमों का पालन करना आवश्यक है। जागरूकता शिविर में प्रधानाचार्य श्रीमती तारा व अन्य अध्यापक उपस्थित रहे।

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