हल्द्वानी:- राजकीय महाविद्यालय हल्द्वानी शहर किशनपुर गोलापार में वन्देमातरम् पखवाड़ा के अंतर्गत भारत वर्ष के राष्ट्र गीत वन्देमातरम् का गायन और क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सर्व प्रथम प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं की सहभागिता से झंडारोहण के साथ वन्देमातरम् गीत का सामूहिक गायन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर संजय कुमार ने वन्देमातरम् की ऐतिहासिकता और उसके सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की वन्देमातरम् भारत की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों का प्रमुख गीत माना जाता है। जिसकी ध्वनि प्रत्येक भारतीय जनमानस के अन्तःकरण में विद्यमान है।
महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. डी.सी. पाण्डेय ने कहा कि वंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित वन्देमातरम् गीत भारत राष्ट्र की भावनाओं से जुडा है। जो आजादी से लेकर आज तक भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक है।
वन्देमातरम् कार्यक्रम के संयोजक डॉ. भुवन मठपाल ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार यह कार्यक्रम चार चरणों में आयोजित किया जाएगा। जिसका पहला चरण सात नवंबर से चौदह नवम्बर के मध्य आयोजित किया जा रहा है। इसके बाद अगला चरण जनवरी माह दो हजार छब्बीस में आयोजित किया जाएगा। जिसके अंतर्गत विविध कार्यक्रमों की रूप रेखा तय की गई है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों में डॉ.भारती बहुगुणा, डॉ. प्रकाश मठपाल, डॉ.आशीष अंशु, डॉ.रीमा आर्य, डॉ.पूजा ध्यानी, डॉ बसंत बल्लभ नेगी, सांस्कृतिक परिषद् संयोजक डॉ.अर्चना जोशी, डॉ.दीपक दयाल, डॉ.बुसरा मतीन, डॉ. भारती, डॉ. गौरव जोशी, डॉ. सुरेश चंद्र जोशी, डॉ कंचन जोशी, डॉ. किरन जोशी, श्री गिरीश जोशी समेत छात्रों में प्रकाश, शगुन, कविता, सचिन, मनीष, हिमांशु, खुशबु, राधा, हेमा आदि कई छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहीं।
राजकीय महाविद्यालय, हल्द्वानी में’वन्देमातरम् पखवाड़ा’ कार्यक्रम,क्विज प्रतियोगिता का आयोजन।


