नैनीताल:— कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल के डीएसबी परिसर में आज एक अत्याधुनिक इंडोर फायरिंग रेंज का लोकार्पण किया गया। इस रेंज में चार एयर राइफल एवं चार एयर पिस्टल की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जो विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स को नियमित एवं संरचित फायरिंग अभ्यास के अवसर प्रदान करेंगी। यह सुविधा उन्हें राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के शिविरों, प्रतियोगिताओं और रक्षा सेवाओं में चयन की तैयारी में विशेष रूप से लाभान्वित करेगी।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर संजय चौहान, उप निदेशक, उत्तराखण्ड एनसीसी निदेशालय ने फायरिंग रेंज का विधिवत उद्घाटन किया। अपने प्रेरणादायी संबोधन में उन्होंने कहा, “एनसीसी केवल परेड और अनुशासन तक सीमित नहीं है, यह युवाओं में आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास, नेतृत्व और देशभक्ति जैसे मूल्यों को विकसित करता है। यह फायरिंग रेंज कैडेट्स को उत्कृष्टता की दिशा में एक ठोस आधार प्रदान करेगी और उन्हें रक्षा सेवाओं के लिए अधिक सक्षम बनाएगी।”
कार्यक्रम में कमोडोर बी.आर. सिंह, ग्रुप कमांडर, एनसीसी मुख्यालय नैनीताल, तथा कर्नल राजेश कौशिक, कमांडिंग ऑफिसर, 79 यूके बटालियन एनसीसी, नैनीताल की गरिमामयी उपस्थिति रही। कमोडोर बी.आर. सिंह ने विश्वविद्यालय प्रशासन को इस सराहनीय पहल के लिए बधाई दी और इसे उत्तराखण्ड में एनसीसी के विकास के लिए एक मील का पत्थर बताया।फायरिंग रेंज की स्थापना से कैडेट्स को स्थायी, सुरक्षित एवं सुसंगठित प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे वे प्रादेशिक, राष्ट्रीय और रक्षा सेवा चयन परीक्षाओं में उच्च प्रदर्शन कर सकें। यह केंद्र विश्वविद्यालय को सैन्य प्रशिक्षण की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने का एक सशक्त प्रयास भी है।
इस परियोजना पर कुल लगभग ₹21 लाख की लागत आई है। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (कर्नल) दीवान एस. रावत के साहसिक नेतृत्व, दूरदर्शी दृष्टिकोण एवं एनसीसी के प्रति विशेष प्रतिबद्धता हेतु विश्वविद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक आभार व्यक्त किया गया। उनके मार्गदर्शन में यह सपना साकार हुआ है।
इस अवसर पर प्रो. नीता बोरा शर्मा, निदेशक, डीएसबी परिसर; प्रो. संजय पंत, अधिष्ठाता छात्र कल्याण; प्रो. एच.एस. बिष्ट, डॉ. रीतेश साह, प्रो. आशीष मेहता, श्री संजय पंत, सहायक अभियंता, सहित कई प्राध्यापकों, एनसीसी अधिकारियों एवं बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।





