नैनीताल:- उत्तराखंड के प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए राज्य से 13 महिलाओं का चयन किया गया है। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा दिए जाने वाले तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए इस साल प्रदेश भर से कुल मिलाकर 13 महिलाओं का चयन किया गया है। इसके अलावा 33 महिलाओं को राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का पुरस्कार दिया । यह पुरस्कार शिक्षा, सामाजिक कार्य, रूढ़ीवाद उन्मूलन, मीडिया, खेल, पर्यावरण सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को दिया जाता है।
इस वर्ष खेल क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तीलू रौतेली पुरस्कार नैनीताल की सुश्री नैना अधिकारी को मिला है जो की नैनीताल नगर ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए एक गर्व की बात है ,नगर की कला कुशल एवं निपुण बेटी नैना अधिकारी 2014 में गंगा कायाक चैंपियनशिप की विजेता रही, इसी वर्ष मालाबार रिवर में सबसे कम उम्र की वाइट वाटर कायाकर बनी ,2018 में दिल्ली ऑलंपिक में गोल्ड मेडल और राफ्टिंग में सिल्वर मेडल प्राप्त किया, 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओशन चैंपियनशिप में भारतीय टीम मे चयन , लद्दाख में होने वाली विश्व की सबसे अधिक ऊँची क्याकिंग प्रतियोगिता में रजत पदक प्राप्त किया। नैना ने बेस्ट पैडलर का खिताब भारत मे ही नही वरन बाहरी मुल्को मे भी मिला। नैना 2025 की भारत की पहली महिला कायाकर जिन्होंने फ्री स्टाइल वर्ल्ड चैंपियनशिप मे प्रतिभाग किया है। नैना भारत की पहली महिला है जिन्होंने विश्व प्रसिद्ध जाम्बेजी और फुटालेफू नदियों में क्याकिंग की है।
सेंट मैरी कॉलेज की प्रतिभावान छात्रा नैना को बचपन से ही साहसिक खेलों का शौक है। नैना अब तक 30 से अधिक नदियों में क्याकिंग-केनोइंग प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुकी हैं। इस खेल में जुडऩे की प्रेरणा उन्हें स्विटजरलैंड में रह रहे अपने चाचा भूपेंद्र अधिकारी से मिली, जबकि वह अपने पिता विजय अधिकारी जो कि एक समाज सेवी है को अपना अनुकरणीय व्यक्ति और प्रेरणास्रोत मानती हैं। इस दौरान नैना के पिता विजय अधिकारी, मां जया अधिकारी, दादी गंगा अधिकारी, चाचा प्रदीप अधिकारी व महेश अधिकारी ने हर्ष के साथ सबका आभार व्यक्त किया।



