कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल में ‘हॉस्पिटैलिटी स्किल डेवलपमेंट सेंटर’ का शुभारम्भ,कौशल आधारित रोजगार सृजन की दिशा में ऐतिहासिक पहल।

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नैनीताल :- कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल में आज “हॉस्पिटैलिटी स्किल डेवलपमेंट सेंटर” का भव्य उद्घाटन किया गया। यह केन्द्र उत्तराखण्ड के युवाओं को आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह केन्द्र सेतु आयोग की पहल पर एक बहु-हितधारक सहयोग मॉडल के अंतर्गत स्थापित किया गया है, जिसमें सेतु आयोग नीति प्रणेता एवं समन्वयक, टाटा स्ट्राइव प्रशिक्षण एवं क्रियान्वयन सहयोगी, इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल–ताज होटल्स) उद्योग सहयोगी, कुमाऊँ विश्वविद्यालय शैक्षणिक सहयोगी तथा उत्तराखण्ड स्किल डेवलपमेंट मिशन एवं उच्च शिक्षा विभाग राज्य के सहयोगी के रूप में शामिल हैं। यह सहयोग मॉडल शिक्षा, उद्योग और सरकार को एक साझा मंच पर लाकर युवाओं को व्यावहारिक एवं रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण प्रदान करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।
केन्द्र के उद्घाटन अवसर पर तीन प्रमुख लघु अवधि के पाठ्यक्रम – फ्रंट ऑफिस एसोसिएट, कॉमी शेफ और फूड एंड बेवरेज सर्विस एसोसिएट – आरंभ किए गए, जिनकी अवधि तीन से चार माह रखी गई है। इन पाठ्यक्रमों में सैद्धांतिक ज्ञान के साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण को जोड़ा गया है तथा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिष्ठित होटल श्रृंखलाओं, पर्यटन संस्थानों और सेवा क्षेत्रों में प्लेसमेंट सहायता प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर सेतु आयोग के उपाध्यक्ष श्री राज शेखर जोशी ने कहा कि यह पहल “विजन 2047 – स्किल्ड उत्तराखण्ड” के लक्ष्य से जुड़ी है और यह प्रदेश में शिक्षा एवं उद्योग के बीच सहयोग को मजबूत कर क्षेत्रीय आर्थिक विकास को गति प्रदान करेगी। कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (कर्नल) दिवान एस. रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय इस केन्द्र का शैक्षणिक सहयोगी बनकर गर्व का अनुभव कर रहा है और यह पहल रोजगारोन्मुख उच्च शिक्षा की दिशा में विश्वविद्यालय के दृष्टिकोण को साकार करती है। टाटा स्ट्राइव के हेड पार्टनरशिप्स श्री राजर्षि मुखर्जी ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में सरकार और उद्योग के सहयोग से स्थापित यह केन्द्र स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने का एक अनुकरणीय मॉडल है। ताज कॉर्बेट रिजॉर्ट (आईएचसीएल) के जनरल मैनेजर श्री निवेदन कुकरेती ने कहा कि यह प्रशिक्षण युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी करियर के लिए तैयार करेगा। वहीं, उत्तराखण्ड स्किल डेवलपमेंट मिशन के निदेशक श्री संजय खेतवाल ने कहा कि यह पहल मुख्यमंत्री के “विकसित और सशक्त उत्तराखण्ड” के विजन को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
कुमाऊँ विश्वविद्यालय का यह कौशल विकास केन्द्र युवाओं को गुणवत्तापूर्ण, अल्पावधि, प्लेसमेंट-आधारित प्रशिक्षण प्रदान करने, उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाटने तथा महिलाओं और ग्रामीण युवाओं में रोजगार एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कार्य करेगा। इस पहल से आने वाले वर्षों में बड़ी संख्या में युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा तथा नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में एक आत्मनिर्भर कौशल पारिस्थितिकी विकसित होगी। यह केन्द्र उत्तराखण्ड को एक “कुशल, विकसित और आत्मनिर्भर राज्य” बनाने की दिशा में एक सशक्त और प्रेरणादायक कदम है।
इस अवसर पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय के होटल मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार, डॉ. स्वाति शाह, श्री हर्षवर्धन पाण्डे, ऐश्वर्या बिष्ट तथा शोधार्थी सहित शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ एवं अतिथि उपस्थित रहे।

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