बागेश्वर:- मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के नवीन सभागार में आज बैंक सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दो दिवसीय इस प्रशिक्षण का आयोजन उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बैनर तले किया जा रहा है। प्रशिक्षण का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के वित्तीय समावेशन को मजबूती प्रदान करना है।
कार्यक्रम के पहले दिन बैंक सखी सखियों को प्रशिक्षित किया गया। यह प्रशिक्षण जमीनी स्तर पर वित्तीय सेवाओं की पहुँच को सुलभ बनाने में मदद करेंगी। प्रशिक्षण में बैंक लिंकेज, डिजिटल बैंकिंग, लेन-देन प्रबंधन, ऋण प्रक्रिया, और वित्तीय अनुशासन जैसे विषयों को विस्तारपूर्वक समझाया गया।
डी. टी. ई. नीरज कुमार जोशी ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण जनपद बागेश्वर में 5 व 6 जून को बैंक सखियों के लिए तथा 9 जून को बैंक शाखा प्रबंधकों के लिए आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण का संचालन NIRD &PR हैदराबाद से आए विशेषज्ञ के श्रीनिवास राव एवं उनकी टीम द्वारा किया जा रहा है, जो इस क्षेत्र में दीर्घकालिक अनुभव रखते हैं।
इस अवसर पर इनक्यूबेशन मैनेजर मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना विनोद रावत, ब्लॉक मिशन प्रबंधक हरेंद्र बिष्ट, आर.एफ.सी. एन झल्डियाल आदि उपस्थित रहे।
बैंक लिंकेज का महत्व
बैंक लिंकेज केवल ऋण प्राप्ति तक सीमित नहीं, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम है। बैंक सखी, बैंक और समुदाय के बीच एक मजबूत कड़ी के रूप में कार्य करती हैं, जो न केवल वित्तीय लेन-देन को सरल बनाती हैं, बल्कि वित्तीय साक्षरता को भी बढ़ावा देती हैं।
बैंक लिंकेज से SHG सदस्यों को समय पर ऋण, जमा योजनाओं की जानकारी, डिजिटल लेनदेन का ज्ञान, और आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त समर्थन मिलता है। इससे समूहों की साख, स्थायित्व और सामुदायिक विकास को नई दिशा मिलती है।