निर्वाचन कर्मियों को मतदान से वंचित किया जाना उनके संवैधानिक अधिकार का हनन,कर्मियों को मिले विशेष अवकाश: मनोज तिवारी

खबर शेयर करें

नैनीताल:- वर्तमान में गतिमान त्रिस्तरीय पंचायत राज निर्वाचन प्रक्रिया को लेकर निर्वाचन कर्मियों में अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग किए जाने एवं मतदान हेतु अवकाश को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। राज्य में दो चरणों में आयोजित इस निर्वाचन प्रक्रिया में कार्याेजित शिक्षकों एवं कर्मियों को अपने मत का प्रयोग किस प्रकार करना है इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं दिए गए हैं जिससे इन कर्मियों में अपने इस संवैधानिक अधिकार के प्रयोग को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि अभी तक आयोग द्वारा कोई भी दिशा निर्देश इस बाबत जारी नहीं किए गए हैं।
उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय पदाधिकारी मनोज तिवारी द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग को ज्ञापन भेज कर तत्काल मतदान का अधिकार एवं निर्वाचन हेतु विशेष अवकाश दिए जाने को लेकर दिशा निर्देश दिए जाने की मांग की है उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान द्वारा एक मतदाता के रूप में दिए गए अधिकार से किसी कार्मिक को वंचित किया जाना न्याय संगत नहीं होगा।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल मे 23 वीं नैनी ओपेन रैपिड शतरंज प्रतियोगिता प्रारंभ, शह और मात का खेल शुरू।

निर्वाचन कार्मिकों को भी निश्चित रूप से उनके मत का अधिकार मिलना ही चाहिए क्योंकि भारतीय संविधान के अंतर्गत एक मतदाता के रूप में जो अधिकार दिया गया है उससे वंचित नहीं किया जाना चाहिए साथ ही जिन शिक्षक अपने गृह क्षेत्र से दूर हैं उन्हें मतदान हेतु विशेष अवकाश दिया जाए : मनोज तिवारी

यह भी पढ़ें 👉  हार्टी टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा, रामगढ़ बनेगा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र: सांसद अजय भट्ट
Ad Ad