ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय में ‘विश्व ओजोन दिवस’ पर कार्यक्रमों का आयोजन, “विज्ञान से वैश्विक कार्रवाई तक” विषय पर गोष्ठी।

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भीमताल/ नैनीताल:-ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय, भीमताल परिसर में विश्व ओजोन दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सत्र का संचालन करते हुए बी.टेक. प्रथम वर्ष की छात्राओं श्रुति, सौम्या एवं उपासना ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रस्तुत करते हुए ओजोन परत एवं इसके शरण से संबंधित तथ्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. डी.एस. रावत (सहायक प्राध्यापक, भौतिक विज्ञान) ने ओजोन की वर्तमान वर्ष की थीम “from Science to Global Action” पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एक और जहां समतापीय ओजोन मानव जीवन के लिए वरदान है वहीं दूसरी ओर वर्तमान में सरफेस ओजोन जिसे बेड ओजोन भी कहा जाता है तथा जो एक प्रकार का वायु प्रदूषक है की समस्या से श्रोताओं को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि एक ओर तो हम सभी ने ओजोन परत के क्षरण को कम करने में सफलता पाई है परंतु पृथ्वी की सतह पर ओज़ोन की मात्रा का लगातार बढ़ना चिंताजनक एवं हानिकारक है एवं इसके मानव जीवन तथा वनस्पति जगत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। उन्होंने आगे कहा कि ग्राउंड लेवल ओजोन के बनने में कार, पावर प्लांट्स, विभिन्न औद्योगिक रसायन (जिसमें मुख्यत वाष्पशील कार्बनिक यौगिक बेंजीन, नाइट्रोजन ऑक्साइड) एवं जीवाश्म ईंधन आदि का योगदान होता है। यह ओज़ोन मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालती है जिससे अस्थमा के दौरे, फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी और सूजन जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और सक्रिय व्यक्तियों में। उन्होंने बताया कि वर्तमान में ग्राउंड लेवल ओजोन एक गंभीर वायु प्रदूषक के रूप में उभर रहा है जिसे रोकने के उपाय तलाशने की दिशा में वैज्ञानिक समुदाय निरन्तर कार्यरत है। डॉ. रावत ने इस दिशा में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों जिसमें ग्रीन एनर्जी शामिल है के प्रयोग पर बोल दिया। इसके पश्चात ‘यूथस रिस्पांसिबिलिटी ऑन सेविंग द ओजोन‘ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विभागों के छात्राओं ने प्रतिभा किया इसमें बी.सी.ए. प्रथम वर्ष के छात्र अमित सिंह को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त ‘ओजोन लेयर डिप्लीशन एंड इट्स इंपैक्ट ऑन लाइफ्स ऑन अर्थ‘ विषय पर निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसके परिणाम जल्दी प्रस्तुत किए जाएंगे। अंत में एलाइड साइंसेज के विभागाध्यक्ष डॉक्टर मेहुल मानु द्वारा निदेशक, प्राध्यापकों एवं सभी प्रतिभागियों को उक्त सत्र के आयोजन हेतु धन्यवाद प्रेषित किया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष कंप्यूटर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रोफेसर अंकुर सिंह बिष्ट, प्रोफेसर संतोषी सेन गुप्ता श्री अविरल अवस्थी, समेत विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।