आलेख:– बृजमोहन जोशी, नैनीताल।
शरदोत्सव नैनीताल में कैप्टन राम सिंह जी के बैण्ड की धूम हुआ करती थी। जब नैनीताल के खेल के मैदान में अखिल भारतीय ट्रेंड्स कप हाकी टूर्नामेंट होता था तो देश के विभिन्न भागों से खिलाड़ी यहां खेलने आते थे ऐसा जुनून था नैनीताल के दर्शकों का कि खेल के मैदान में उसके आसपास पेड़ों में राजभवन को जाने वाले मार्ग में उसके समीप वाली पहाड़ी में दर्शकों की खचाखच भीड़ हुआ करती थी।इस खेल का आंखों देखा हाल सुनाते थे उदघोषक जाकीर भारती जी व पी.डी. पन्त जी। और इस हाकी मैच के फाइनल के दिन कैप्टन राम सिंह जी का बैंड वादन खेल के मैदान में होता था और राज भवन से गवर्नर साहब अपनी गाड़ी में आते थे उनकी गाड़ी के आगे आगे एक सुरक्षा कर्मी फटी-फटी (मोटरसाइकिल) में चलता था,इसी से अनुमान लगाया जाता था कि गवर्नर साहब आने वाले हैं।और सायंकाल में कैप्टन राम सिंह जी का मल्लीताल बैण्ड स्टैंड में बैण्ड वादन होता था और बैण्ड वादन के समान के उपरांत शरदोत्सव आरम्भ होता था उस समय शरदोत्सव में इतनी भीड़ इतनी भीड़ हुआ करती थी कि घर से बच्चे जगह घेरने के लिए पहले से जाते थे। रात के (२ -२)दो -दो बजे तक अखिल भारतीय हिन्दी नाटक प्रतियोगिता हुआ करती थी। हम स्थानीय कलाकारों को इसका बेसब्री से इंतजार रहता था। मुख्य आकर्षण होता था गीत एवं नाटक प्रभाग नैनीताल के कार्यक्रमों का।
इसीलिए कहा गया है कि –
पुरुष बली होत नहीं,समय होत बलवान।
मिलता हूं कुछ और ऐसी ही यादगार यादों के साथ तब तक के लिए सादर नमस्कार।

