रिपोर्ट:- नेहा जोशी,बागेश्वर
कौसानी/बागेश्वर:-कौसानी में गुरुवार को उस समय खास ऊर्जा देखने को मिली जब उत्तराखण्ड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं से मिले और उनके द्वारा प्रदर्शित स्थानीय उत्पादों के स्टॉलों का अवलोकन किया।
SHG महिलाओं से संवाद, आय और आजीविका पर चर्चा
की राज्यपाल महोदय ने महिलाओं से व्यक्तिगत संवाद कर उनकी मासिक आय, कार्य अनुभव और उत्पाद विपणन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सराहना करते हुए कहा –
“उत्तराखण्ड की महिलाएं आत्मनिर्भरता और नवाचार की मिसाल हैं। वे न केवल अपने परिवार की रीढ़ हैं, बल्कि राज्य की आर्थिकी को भी नया आयाम दे रही हैं।”
स्थानीय उत्पादों की प्रशंसा
बागेश्वर। महिलाओं द्वारा प्रदर्शित हस्तशिल्प, मसाले, प्रसंस्कृत खाद्य सामग्री, ऊनी वस्त्र जैसे उत्पादों ने सभी का ध्यान खींचा। राज्यपाल ने इन उत्पादों को ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग से जोड़ने की आवश्यकता बताई, जिससे उन्हें राज्य और देश के बड़े बाजारों तक पहुंचाया जा सके।
💬 महिलाओं में आत्मविश्वास की सराहना
राज्यपाल महोदय ने कहा –
“महिलाओं में अभूतपूर्व आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता है। यदि उन्हें संसाधन, प्रशिक्षण और अवसर दिए जाएं तो वे गांवों को आत्मनिर्भर बना सकती हैं।”
औषधीय पौधों की खेती में महिलाओं की भागीदारी
बागेश्वर। उन्होंने एरोमैटिक और हर्बल खेती में SHG की भागीदारी को सराहा और इसे स्थायी ग्रामीण आजीविका का सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने महिलाओं को क्लस्टर आधारित मॉडल अपनाने का सुझाव दिया।
‘मेरा सपना, मेरा लक्ष्य’ की भी हुई सराहना
बागेश्वर। जिलाधिकारी श्री आशीष भटगांई द्वारा प्रस्तुत “मेरा सपना, मेरा लक्ष्य” योजना को राज्यपाल ने महिलाओं और बालिकाओं को करियर एवं सशक्तिकरण से जोड़ने वाला क्रांतिकारी प्रयास बताया। साथ ही, SHG नेटवर्क को इस पहल से जोड़ने पर भी बल दिया।
SHG महिलाओं के लिए सुझाव और प्रेरणा
राज्यपाल महोदय ने कहा कि SHG महिलाएं स्थानीय ब्रांड बनाएं, संघटक इकाइयों में उद्यमिता विकसित करें और युवतियों को भी संगठन से जोड़ें। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि महिलाओं को डिजिटल प्रशिक्षण, विपणन सुविधा और ऋण सहायता समयबद्ध रूप से दी जाए।
नारी शक्ति ही ग्रामीण विकास की नींव
बागेश्वर। राज्यपाल महोदय के इस दौरे ने स्पष्ट कर दिया कि SHG महिलाओं का सशक्तिकरण न केवल एक योजना का भाग है, बल्कि उत्तराखण्ड के समग्र विकास की कुंजी है


